इंसान हूँ, महसूस होता है, मुझे भी गर्म सर्द मर्द हूँ तो क्या हुआ होता है मुझे भी तो दर इंसान हूँ, महसूस होता है, मुझे भी गर्म सर्द मर्द हूँ तो क्या हुआ होता है मुझे...
मैं जानती हूँ कि तुम एक मर्द हो, और तुम्हें भी तो दर्द बराबर का होता है। मैं जानती हूँ कि तुम एक मर्द हो, और तुम्हें भी तो दर्द बराबर का होता है।
तुम्हें अगर पता ही होता तो मुझे यूँ अकेला करके तुम जाते ही क्यूँ....? तुम्हें अगर पता ही होता तो मुझे यूँ अकेला करके तुम जाते ही क्यूँ....?
तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी है, और नि तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी...
एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं। एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं।
दर्द तू मेरा गुनहगार है। दर्द तू मेरा गुनहगार है।